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हनुमान जी के 100 नाम – जाप मंत्र शैली-शक्ति, भक्ति और विजय का अद्वितीय संगम

हनुमान जी के 100 नाम

हनुमान जी के 100 नामों का रहस्य – 🔥

जब भी संकट आता है, जब डर हमारे मन को जकड़ लेता है, जब जीवन की लड़ाई हारती सी दिखती है—तब सिर्फ एक नाम जुबां पर आता है… “जय बजरंग बली!”


🔥 वो नाम जो डर को राख कर दे,
🔥 जो भूत-पिशाचों को पल भर में भगा दे,
🔥 जो सच्चे भक्तों के लिए ढाल बन जाए —
वो हैं हनुमान जी, अंजनी पुत्र, संकट मोचन, रुद्र अवतार।

क्या आप जानते हैं कि हनुमान जी के 100 दिव्य नाम हैं, और हर नाम में छुपा है एक अद्भुत रहस्य, एक अलौकिक ऊर्जा और एक अनमोल वरदान?
इन नामों का जाप न केवल आपकी आत्मा को शक्ति देता है, बल्कि जीवन की हर कठिनाई को ऐसे काटता है जैसे हनुमान जी ने लंका की लपटों को।

तो आइए, इस लेख में हम जानेंगे हनुमान जी के 100 नामों का वह रहस्यमय संसार — जो भक्ति के साथ-साथ शक्ति का भी प्रतीक है।
बस एक बार पढ़ लीजिए… और देखिए कैसे बदलता है आपका आत्मविश्वास, आपकी ऊर्जा और आपकी किस्मत!

॥ श्रीहनुमत् अष्टोत्तरशतनामावली ॥

आञ्जनेयाय नमः।
महावीराय नमः।
हनुमते नमः।
मारुतात्मजाय नमः।
तत्त्वज्ञानप्रदायिने नमः।
सीतामुद्राप्रदायकाय नमः।
अशोकवनकाच्छेत्रे नमः।
सर्वमायाविभंजनाय नमः।
सर्वबन्धविमोक्त्रे नमः।
रक्षोविध्वंसकारकाय नमः।
परविद्या परिहाराय नमः।
परशौर्य विनाशनाय नमः।
परमन्त्र निराकर्त्रे नमः।
परयन्त्र प्रभग्नकाय नमः।
सर्वग्रह विनाशिनें नमः।
भीमसेन सहायकाय नमः।
कपीश्वराय नमः।
महाकायाय नमः।
कपिसेनानायकाय नमः।
कुमार ब्रह्मचारिणे नमः।
महाबलपराक्रमिणे नमः।
रामदूताय नमः।
वानराय नमः।
केसरीनन्दनाय नमः।
शोक निवारणाय नमः।
अंजनागर्भसंभूताय नमः।
विभीषणप्रियाय नमः।
वज्रकायाय नमः।
रामभक्ताय नमः।
लंकापुरीविदाहकाय नमः।
सुग्रीव सचिवाय नमः।
पिंगलाक्षाय नमः।
हरिमर्कटमर्कटाय नमः।
रामकथालोलाय नमः।
सीतान्वेषणकर्त्रे नमः।
वज्रनखाय नमः।
रुद्रवीर्यसमुद्भवाय नमः।
वायुपुत्राय नमः।
रामप्रियाय नमः।
प्रलंबबाहवे नमः।
कुमुदप्रियाय नमः।
सुरार्चिताय नमः।
महातेजसे नमः।
रामचूडामणिप्रदायकाय नमः।
कामरूपिणे नमः।
वार्धिमैनाकपूजिताय नमः।
कवलीकृतमार्तण्डमण्डलाय नमः।
विजितेन्द्रियाय नमः।
रामसुग्रीवसंधात्रे नमः।
लंकेशबलसंघातविध्वंसकाय नमः।
पातालसिंहनादकाय नमः।
लंकामर्दनाय नमः।
सिंहिकाप्राणभंजनाय नमः।
सर्वपर्वतलङ्घिने नमः।
रामलक्ष्मणसंगिन्यै नमः।
सीतान्वेषणपंडिताय नमः।
दुष्टविनाशकाय नमः।
भक्तवत्सलाय नमः।
रामकथाप्रियाय नमः।
रामकाजकर्त्रे नमः।
रामनामप्रियाय नमः।
रामसंग्रहीणें नमः।
महाज्ञानीने नमः।
नीतिविज्ञाय नमः।
बलसंपन्नाय नमः।
ब्रह्मचारिणे नमः।
चिरंजीविने नमः।
कष्टहारीणे नमः।
संकटमोचनाय नमः।
श्रीरामसहायकाय नमः।
वेदज्ञाय नमः।
गुणनिधये नमः।
धर्मज्ञाय नमः।
तेजस्विने नमः।
संजीवनीकर्त्रे नमः।
सुग्रीवहितकारीणे नमः।
रामेश्वरभक्ताय नमः।
कल्याणकारीणे नमः।
रामरक्षकाय नमः।
भीषणरूपधारीणे नमः।
युद्धविशारदाय नमः।
भक्तप्रियाय नमः।
कामदायकाय नमः।
ज्ञानदात्रे नमः।
दृष्टिदात्रे नमः।
शरणागतवत्सलाय नमः।
रघुनायकसेवकाय नमः।
प्रभुप्रियाय नमः।
श्रीरामरथचालकाय नमः।
विनीतस्वभावाय नमः।
दिव्यरूपधारीणे नमः।
श्रीरामसखाय नमः।
यशस्विने नमः।
संकटविनाशकाय नमः।
वज्रदेहिने नमः।
कपिराजाय नमः।
लीलाधराय नमः।
देवसेविताय नमः।
बालब्रह्मचारिणे नमः।
शक्तिसंपन्नाय नमः।
पापहारीणे नमः।
दिव्यगति प्रदायकाय नमः।


🙏 जाप विधि (How to Chant)

  • श्रद्धा और शुद्ध चित्त से प्रातः या संध्या के समय जाप करें।
  • ताम्र या पंचधातु की हनुमान प्रतिमा या चित्र के सामने दीप जलाएं।
  • प्रतिदिन 11, 21 या 108 नामों का जाप करने से विशेष लाभ होता है।
  • मंगलवार और शनिवार को जाप का विशेष फल प्राप्त होता है।

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